एमपी के संघी प्रशासन ने इस गरीब पर यह इल्ज़ाम लगाकर इसका घर तोड़ दिया की जुलूस पर पत्थर फेंकने में इसका भी हाथ हैं। लेकीन हकीकत तो यह है की इसके तो ‘हाथ’ ही नहीं है... वैसे तो सब को पता है इस मामले में किसका हाथ है।
लेकीन याद रखना; ये ज़ुल्म की आग तुम्हारे भी घर तबाह व बर्बाद कर देगी।